सागरः अखिल भारतीय महिला काव्य मंच की सागर इकाई ने शिक्षाविद डॉ हरीसिंह गौर की स्मृति में शासकीय कन्या उत्कृष्ट महाविद्यालय में काव्य पाठ का आयोजन किया. कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पूर्व प्राध्यापक डॉ कविता शुक्ला, विशिष्ट अतिथि प्राध्यापक समाज शास्त्र विभाग डॉ रश्मि दुबे थी. अध्यक्षता समाज शास्त्र की विभाग अध्यक्ष डॉ आशा पराशर ने किया. मुख्य अतिथि डॉ कविता शुक्ला ने डॉ हरीसिंह गौर को स्मरण करते हुए उनके प्रति अपने श्रद्धांजलि अर्पित की. छात्राओं की उपस्थिति देख मां और बेटी के रिश्ते पर एक बेहद भावुक कविता 'बेटी मैंने तुम्हें कभी पत्र तो नहीं लिखा…' सुनाया. बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा दिव्य विश्वकर्मा ने 'हमको दो आंसू नहीं आते हैं…'  सुनाकर सबका मन जीत लिया. शिक्षिका मनीषा पटेरिया सुनाया 'हे चांद तू सबसे अलहदा….' और 'कुछ बात अभी बाकी… ने श्रोताओं को भावविभोर कर दिया. आकांक्षा जैन, समीक्षा जैन तथा शुभ्रा मिश्र ने भी काव्य पाठ किया, जिसकी सबने भरपूर प्रशंसा की.

डॉ रश्मि दुबे ने साहित्य और लेखन परअपने विचार रखते हुए छात्राओं को काव्य लेखन के प्रेरित किया. महिला काव्य मंच सागर की अध्यक्ष डॉ अंजना चतुर्वेदी ने सभी अतिथियों का श्रीफल देकर अभिनंदन किया. उन्होंने बताया कि काव्य मंच नवम्बर में ही डॉ गौर की स्मृति में काव्य पाठ का आयोजन करना चाहता था, लेकिन उस वक्त सब जगह परीक्षा चल रही थी. इसीलिए दिसम्बर में कार्यक्रम किया गया. संचालन महिला काव्य मंच सागर की सचिव डॉ सुजाता मिश्र ने किया. आभार अध्यक्ष डॉ अंजना चतुर्वेदी ने किया. कार्यक्रम के दौरान डॉ अंजना चतुर्वेदी ने काव्य मंच सागर की नई कार्यकारिणी की घोषणा भी की. इसके अनुसार काव्य मंच की नई उपाध्यक्ष डॉ रश्मि दुबे होंगी. सहसचिव डॉ अपर्णा चंचौदिया, मीडिया प्रभारी डॉ संगीता मुखर्जी तथा कोषाध्यक्ष मनीषा पटेरिया को नियुक्त किया गया.