मुजफ्फरपुर: हिंदी दिवस पर आयोजनों की भरमार के बीच बिहार राज्य में कई तरह के आयोजन हो रहे हैं. स्थानीय एमडीडीएम कॉलेज के हिंदी विभाग के तत्वावधान में हिंदी सप्ताह मनाया जा रहा है. इसी के तहत इंद्रधनुष कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए एसबीआइ पटना की प्रशिक्षण पदाधिकारी सरिता गुप्ता ने कहा कि हम यह मानते हैं कि ज्ञान के लिए अंग्रेजी आवश्यक है, लेकिन हिंदी की कीमत पर कोई भाषा स्वीकार नहीं है. हिंदी हमारी मातृभाषा है और अंग्रेजी प्रेमिका. मुख्य अतिथि ने कहा कि सरकार द्वारा हिंदी में काम करने को प्रोत्साहित किया जा रहा है. सरकारी कामकाज में हिंदी के प्रयोग में तेजी आई है. अपनी प्रेमिका ए चाहे हम जितना प्यार करते हों, पर उसके लिए मां को नहीं छोड़ सकते.
कॉलेज के इस हिंदी सप्ताह इंद्रधनुष कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत व अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. ममता रानी कर रही हैं. उद्घाटन सत्र में डॉ. ममता रानी ने कहा कि हिंदी हमारी मिट्टी की पहचान है. हमारी संवेदना, सपने और जिंदगी की हकीकत की प्रतिमूर्ति है। दूसरी भाषाएं व्यवसायिक कारणों से जानी-समझी जाती हैं  पर हिंदी का स्थान कोई दूसरी भाषा नहीं ले सकती. हम इस भाषा में बोलते समझते हैं. इसलिए हमें हिंदी को बढ़ावा देने की हरसंभव कोशिश करनी चाहिए. इस समारोह का संचालन हिंदी विभाग की अध्यक्ष डॉ. पूनम सिंह ने किया. धन्यवाद डॉ. विनीता झा ने दिया. कॉलेज के हिंदी विभाग के अलावा अन्य विभागों के छात्र व अध्यापक भी हिंदी के प्रति अपने लगाव के चलते इस कार्यक्रम में शिरकत कर रहे हैं.