कानपुरः हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं के बीच नई भाषा नीति को लेकर मची हलचल के दौरान एक अच्छी खबर यह है कि देश के सर्वाधिक प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान ने  साहित्य समाज क्लब के अंतर्गत 'हिंदी साहित्य सभा' का गठन किया है. यह सभा संस्थान के जिमखाना की सांस्कृतिक काउंसिल का हिस्सा है, जिसका मूल उद्देश्य संस्थान के लोगों में हिंदी भाषा और साहित्य के बारे में जागरुकता और रूचि पैदा करना है. संस्थान में होने वाले हिंदी से जुड़े सभी आयोजन एवं प्रतियोगिताएं यही सभा कराती है. इनमें प्रथम वर्षीय छात्रों के लिए होने वाली मस्ती प्रतियोगिता , अंतर्छात्रावासीय गेलेक्सी एवं स्पेक्ट्रम प्रतियोगिताएं , अंतराग्नि की हिंदी प्रतियोगिताएं शामिल हैं. यह सभा हिंदी नहीं जानने वाले लोगों के लिए हिंदी कक्षाएं भी संचालित करती है.
हिंदी साहित्य सभा ने पिछले वर्ष संस्थान की परामर्शदात्री सेवा के सहयोग से प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए हिंदी में शैक्षणिक कक्षाएं भी शुरू की थीं. यही नहीं डॉ हरीश चंद्र वर्मा द्वारा लिखित विख्यात पुस्तक 'Concepts Of physics' का हिंदी रूपातरण भी हिंदी साहित्य सभा के ही द्वारा किया जा रहा है. पिछले ही वर्ष संस्थान की वार्षिक हिंदी पत्रिका 'अंतस' का संस्थान के निदेशक ने विमोचन किया  था. यह सभा कैम्पस रेडियो 90.8 FM पर 'मन की आवाज', 'आमने सामने' और 'बिखरे मोती' जैसे कार्यक्रम प्रस्तुत करते हैं. इस सभा ने अपना फेसबुक पेज व ब्लॉग भी बनाया है, जो युवाओं के बीच काफी चर्चित है. देश के अन्य संस्थानों को भी इस पहल से सीख लेनी चाहिए.