केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने अपने फेसबुक पेज पर एक कविता साझा की है। उन्होंने ये कविता अपने चुनाव क्षेत्र अमेठी जाते हुए फ्लाइट में लिखी है। जागरण हिंदी के पाठकों के लिए स्मृति इरानी के फेसबुक पेज से साभार – मॉडरेटर
मुद्दत्तो से है तलाश उसकी, लोग कहते जिसे इश्क़ हैं,
साया सहला के गया कुछ पल उसका, एहसासों की गिरफ़्त में आज भी दिल है।
लोग कहते है हर किसी को मिल जाए सुकून ये मुमकिन नहीं,
हमसे पूछो इश्क़ सुकून दे ये सोच ही नादान है।
ख़ुश फहमी देता है इश्क़ की हर मोड़ पर मिलेगा हमसफ़र तुम्हें चाहते हुए,
ये नहीं बताता कमज़र्फ की वो मोड़ जिस पे हमसफ़र हो मेरे रास्तों में आता नहीं।
आँसू है साथी उसके, दिल का टूट जाना सबूत,
कमबख़्त ये नहीं बताता की जिसपे दिल आया उसे ख़ुद नागवार इश्क़ है ।
लोग कहते है इश्क़ जुनून है, दिल का लगना लगाना मजबूरी,
शायद इसलिए मुझ में और इश्क़ में रह गई इक दूरी।