नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर संस्कृति मंत्रालय द्वारा 28 जून से 12 जुलाई के बीच 'स्वस्थ वातावरण और समृद्ध भारत' बनाने के उद्देश्य से मनाए जा रहे संकल्प पर्व के अंतर्गत साहित्य अकादमी ने भी रबिन्द्र भवन स्थित अपने मुख्यालय परिसर में 29 जून, 2 जुलाई, 7 जुलाई और 9 जुलाई के दौरान 34 औषधीय एवं फलदार वृक्षों को रोपित किया. ज्ञात हो कि केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रहलाद पटेल ने अपने सभी अधीनस्थ संस्थानों से अनुरोध किया था कि वे संकल्प पर्व के दौरान उन पांच पेड़ों को लगाने की कोशिश करें, जो कि भारत की औषधीय विरासत को मजबूत बनाने वाले हैं. यह पांच पेड़ हैं आंवला, बेल, बरगद, पीपल और अशोक.
साहित्य अकादमी के अधिकारियों व कर्मचारियों ने संकल्प पर्व के अवसर पर अपने परिसर में इन पौधों को रोपित करते हुए यह संकल्प लिया कि इन पौधों की देखरेख बहुत सावधानी से की जाएगी. 2 जुलाई को हुए वृक्षारोपण में साहित्य अकादमी के सचिव के श्रीनिवास राव के अतिरिक्त संस्कृति मंत्रालय की संयुक्त सचिव निरुपमा कोतरू भी उपस्थित थीं. इस बीच रवीन्द्रनाथ टैगोर और एपीजे अब्दुल कलाम द्वारा वृक्षों की उपयोगिता के बारे में कहे गए स्लोगंस को भी साहित्य अकादमी के ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया गया. ज्ञात हो कि साहित्य अकादमी अपने दिल्ली स्थित परिसर में पिछले कई वर्षों से इस तरह के वृक्षारोपण का आयोजन करती रही है. रोपित पौधों की देखभाल भी बेहतर ढंग से होने के कारण परिसर में आंवला,आम, नीम, बरगद, बेल के अलावा अन्य कई फलदार पेड़ खूब फल फूल रहे हैं.