नई दिल्ली: साहित्य अकादमी द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित किया जाने वाला साहित्योत्सव इस वर्ष 24 फ़रवरी से 29 फ़रवरी 2020 तक आयोजित किया जा रहा है. अकादमी के सचिव के श्रीनिवासराव के अनुसार साहित्योत्सव में देश के कोने-कोने से विभिन्न भारतीय भाषाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले लगभग 250 लेखक और विद्वान विविध कार्यक्रमों में भागीदारी करेंगे. उत्सव का आरंभ अकादमी की वर्षभर की गतिविधियों को प्रदर्शित करने वाली प्रदर्शनी से होगा, जिसका उद्घाटन  24 फ़रवरी प्रख्यात लेखिका मन्नू भंडारी करेंगी. इसी दिन तीन दिवसीय अखिल भारतीय आदिवासी लेखक सम्मिलन भी प्रारंभ होगा. इस आदिवासी कवि सम्मिलन में 38 आदिवासी समुदायों के लेखक-कवि भाग ले रहे हैं. समारोह का मुख्य आकर्षण साहित्य अकादेमी पुरस्कार 2019 अर्पण समारोह कमानी सभागार में 25 फ़रवरी 2020 को होगा. उसके मुख्य अतिथि कवि, कथाकार एवं फ़िल्म निर्देशक गुलजार होंगे. इस समारोह में 24 भारतीय भाषाओं के पुरस्कृत लेखक अपने रचनात्मक अनुभव साझा करेंगे, वहीं बाङ्ला, गुजराती, हिंदी, मलयाळम् एवं उर्दू भाषा के लिए पुरस्कृत लेखक आमने-सामनेकार्यक्रम में बातचीत करेंगे.

साहित्योत्सव के संवत्सर व्याख्यान में पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी 'अर्थशास्त्र की चिरस्थायी विरासतविषय पर बोलेंगे. त्रि-द्विवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी भी प्रादेशिकता, पर्यावरण और साहित्यविषय पर होगी, जिसमें पूरे देश से लगभग 50 लेखक, विद्वान भाग लेंगे. अन्य कार्यक्रमों में युवा साहिती तथा पूर्वोत्तरी भी साहित्योत्सव के मुख्य आकर्षण होंगे. इसके अतिरिक्त नाट्य लेखन का वर्तमान परिदृश्य; अनुवाद कला: सांस्कृतिक दायित्व; मीडिया और साहित्य: सूचना एवं संवेदना तथा भारत में प्रकाशन की स्थिति विषयों पर परिचर्चाएं होंगी. बच्चों के लिए आओ कहानी बुनेंका आयोजन किया गया है. एलजीबीटीक्यू कवि सम्मिलनभी होगा, तो सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं. पारंपरिक लोक सांगीतिक नाटक श्रीकृष्ण पारिजात तथा भारतीय वाद्य यंत्रों की समेकित प्रस्तुति ताल वाद्य कचेरी भी प्रस्तुत की जाएगी. इस बार अकादमी की पुस्तक प्रदर्शनी सुबह 10 बजे से सायं 7 बजे तक होगी और पुस्तकें 20 प्रतिशत से 70 प्रतिशत तक की विशेष छूट पर उपलब्ध होंगी.