नई दिल्लीः सविता चड्ढा जन सेवा समिति ने स्थानीय हिन्दी भवन में सम्मान समारोह व पुस्तक लोकार्पण कार्यक्रम आयोजित किया. इस अवसर पर हास्य कवि डॉ सुरेंद्र शर्मा, संतोष श्रीवास्तव, शिवचरण सरोहा और डॉ जय सिंह आर्य को अलग-अलग सम्मान से नवाजा गया. सम्मान समारोह के अध्यक्ष सुभाष चड्ढा की मौजूदगी में शिल्पी चड्ढा स्मृति सम्मान समारोह की संस्थापक एवं महासचिव सविता चड्ढा ने लेखकों, कवियों का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि यह सम्मान मां और बेटी के मधुर सम्बन्धों को समर्पित है. इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ लारी आज़ाद ने सार्थक और सारगर्भित साहित्य को समाज को प्रकाशित और दिशा देने वाला बताया. डॉ सुरेंद्र शर्मा ने स्वयं को 'हीरों में हीरा सम्मान' दिये जाने पर समिति का आभार व्यक्त किया और कहा कि इन सम्मानों को साहित्य में सकारात्मकता के रूप में लिए जाना चाहिए. उन्होंने अपने चिरपरिचित अंदाज में हास्य उपन्यास का पाठ भी किया.

इस अवसर पर संतोष श्रीवास्तव, शिव चरण सरोहा, डॉ मुक्त, डॉ अशोक कुमार ज्योति, डॉ कुसुमलता सिंह ने अपने विचार रखें. शिव चरण सरोहा ने अपने चुनी गई लघु कथा का पाठ किया. संतोष श्रीवास्तव ने इस सम्मान के लिए समिति का आभार प्रकट किया. विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ अशोक कुमार ज्योति ने इस सम्मान से पिछले तीन साल से जुड़े होने और चयन प्रक्रिया की सराहना की और लघुकथा के बारे में अपने विचार रखे. वरिष्ठ साहित्यकार डॉ मधुकर गंगाधर ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में इन सम्मानों को बहुत ही पुनीत और पावन बताया. इस कार्यक्रम में आशा शैली,  नीलिमा वर्मा, डॉ अलका चौधरी, कुसुम पालीवाल, निहाल चंद शिवहरे, डॉ घमंडीलाल अग्रवाल, डॉ रवि शर्मा, डॉ दुर्गा सिन्हा, डॉ दमयंती शर्मा, डॉ यास्मीन मूमल, बीना राघव, शिवानी कोहली, सुरेखा शर्मा, बाल कीर्ति, अर्चना पंड्या और डॉ कल्पना पांडेय जैसे रचनाकारों को भी सम्मानित किया गया. इस अवसर पर साहित्यभूमि द्वारा प्रकाशित 'बेटियां' काव्य संग्रह का लोकार्पण किया गया.