नई दिल्लीः ललित कला अकादमी में 'समन्वय' नामक सामूहिक चित्रकला प्रदर्शनी का आयोजन हुआ, तो अलग अलग क्षेत्र के युवाओं का चित्र और कला कौशल देखने को मिला. इस संयुक्त प्रदर्शनी में मूर्तिकार अभिषेक भास्कर, योगेंद्र मौर्य, फोटोग्राफर अभिषेक सिंह, चित्रकार अमित उपाध्याय, अनीता माला व प्रिंट मेकर तारा तमांग ने अपनी कलाकृति लगाई थी. 7 दिनों तक चली इस प्रदर्शनी का उद्घाटन एनजीएमए के निदेशक अद्वैत गड़नायक, ललित कला अकादमी से जुड़े कला मर्मज्ञ ज्योतिष जोशी, समकालीन कलाकार श्याम शर्मा एवं उप सचिव रहस महंती ने किया. इस प्रदर्शनी के माध्यम से कला में सामाजिक, व्यक्तिगत व आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पक्षों पर बेहतरीन अध्ययन देखने को मिला. इस कला प्रदर्शनी में शामिल होने वाले फोटोग्राफर अभिषेक सिंह की बात की जाए तो वह पेशे से एक इंजीनियर हैं. साल 2009 में उन्होंने अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की, जिसके बाद साल 2013 से उन्होंने फ्रीलांस जर्नलिज्म और स्ट्रीट फोटोग्राफी में हाथ दिखाने की सोची. इस दौरान न केवल शौकिया बल्कि कई तरह के चुनौतिपूर्ण फोटोग्राफ्स को अपने कैमरे में कैद किया.

इस प्रदर्शनी में अभिषेक सिंह के हर फोटोग्राफ्स में एक समसामयिक विषय तो दिखता ही है, उसमें एक छिपा हुआ संदेश भी मिलता है. इसी तरह चित्रकार अनीता माला की बात की जाए तो उनकी पेंटिंग्स में भी आपको समसामयिक विषय दिखाई देता है जो समाज के विभिन्न पहलुओं को दर्शाता है और एक संदेश भी देता है. चित्रकार अनीता माला भी लंबे समय से पेंटिंग्स बना रही है जिन्हें लोग काफी पसंद करते हैं. इस प्रदर्शनी में शामिल होने वाले कलाकारों ने अपनी कलाकृतियों में समसामयिक मुद्दों की झलक प्रस्तुत की है. इस प्रदर्शनी में जितनी भी कलाकृतियां हैं सभी सामाजिक परिप्रेक्ष्य को ध्यान में रखकर तैयार की गई हैं और यह कलाकृतियां मूक होते हुए भी काफी कुछ कह जाती हैं.