फगवाड़ाः जिन राज्यों में चुनाव है वहां भारतीय साहित्य, संस्कृति और पुराण से जुड़ी बातें और किताबें मुख्यधारा में आ रही हैं. अब पंजाब के मुख्यमंत्री ने हिंदू धर्मग्रंथों को लेकर एक बड़ी घोषणा की है. मुख्यमंत्री चन्नी ने राज्य में रामायण, महाभारत और श्रीमद्भगवद गीता पर पंजाब में एक विशेष शोध केंद्र स्थापित करने की घोषणा की है. मुख्यमंत्री ने फगवाड़ा में भगवान परशुराम अत्याधुनिक तपोस्थल की आधारशिला रखी. उन्होंने कहा कि यह अत्याधुनिक अनुसंधान केंद्र इन तीनों महाकाव्यों के संदेश को प्रदर्शित करेगा. उन्होंने कहा कि युगों से ये महाकाव्य पूरी मानवता के लिए जीवन और प्रेरणा के स्रोत रहे हैं. यह शोध केंद्र इन महाकाव्यों के संदेश को जनता के बीच सरलतम रूप में प्रसारित करने के लिए उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा. चन्नी ने कहा कि इसके लिए धन की कमी आड़े आने नहीं दी जाएगी. मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि राज्य सरकार इस महत्त्वाकांक्षी परियोजना के लिए धर्मगुरु शंकराचार्य जी को जोड़ने का प्रयास कर रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार भगवान परशुराम जी के तपोस्थल को अत्याधुनिक वास्तुकला के चमत्कार के रूप में विकसित करेगी. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को 10 करोड़ रुपए का चेक पहले ही सौंपा जा चुका है और जरूरत पड़ने पर और भी राशि उसी के अनुसार भेजी जाएगी. चन्नी ने यह भी कहा कि भगवान परशुराम जी की माता रेणुका जी से संबंधित स्थान के विकास पर 75 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे.