लखनऊः यूपी प्रेस क्लब के सभागार में रामानुज त्रिपाठी सृजन संस्थान सुल्तानपुर एवं कविताकोश के संयुक्त तत्वावधान में 'पुस्तक लोकार्पण एवं सम्मान समारोह' का आयोजन किया गया. इस आयोजन में अवनीश त्रिपाठी के नवगीत संग्रह 'दिन कटे हैं धूप चुनते' और 'नई पीढ़ी के गीत', गरिमा सक्सेना का 'है छिपा सूरज कहाँ पर' एवं सुरेश चंद्र शर्मा की पुस्तक 'कहाँ हो बसन्त' नामक पुस्तकों का लोकार्पण हुआ एवं इन पर चर्चा भी हुई. इसके साथ ही गीतकार रामानुज त्रिपाठी की स्मृति में गीत-नवगीत के क्षेत्र में विशेष कार्य करने वाले देश के पाँच साहित्यकारों का सम्मान भी किया गया. कार्यक्रम का आरंभ अध्यक्ष नवगीतकार मधुकर अष्ठाना, मुख्य अतिथि आलोचक डॉ इंदीवर पाण्डेय, विशिष्ट अतिथि डॉ अनिल मिश्र, डॉ शोभनाथ शुक्ल, डॉ सुरेन्द्र विक्रम, संरक्षक चित्रेश एवं आचार्य ओम नीरव ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करके एवं दीपक जलाकर किया. इस अवसर पर रामानुज त्रिपाठी की स्मृति में डॉ इंदीवर पाण्डेय को आलोचना साहित्य सम्मान से, नवगीतकार शैलेन्द्र शर्मा, गरिमा सक्सेना एवं रविशंकर मिश्र को नवगीत साहित्य सम्मान से तथा ज्ञान प्रकाश आकुल को गीत साहित्य सम्मान से सम्मानित किया गया.

कार्यक्रम के अगले सत्र में कविताकोश के तेरह वर्ष पूर्ण होने पर उपनिदेशक राहुल शिवाय ने कविताकोश द्वारा किए गए साहित्यिक कार्यों की जानकारी दी और उसके उद्देश्यों से भी अवगत कराया. इसी सत्र में डॉ शोभनाथ शुक्ल के संपादकत्व में निकली 'कथा समवेत' पत्रिका के नए अंक का लोकार्पण भी मंचस्थ अतिथियों द्वारा किया गया. इस कार्यक्रम में निर्मल शुक्ल, रामशंकर वर्मा, शीला पाण्डेय, संध्या सिंह, रंजना गुप्ता, उमाकांत पाण्डेय, सुरेश चंद्र शर्मा, डॉ रामप्यारे प्रजापति, वीरेंद्र कुमार त्रिपाठी, बृजनाथ श्रीवास्तव, डॉ मन्जु श्रीवास्तव, निर्मल शुक्ल, जय चक्रवर्ती, जय राम जय, शैलेन्द्र तिवारी, विवेक बरनवाल, राजमूर्ति सिंह सौरभ, सुनील प्रभाकर, कुमार तरल, अनुज नागेन्द्र, ध्यानचंद्र तिवारी, कारण सिंह परिहार, गुलाब सिंह आदि साहित्यकार उपस्थित रहे. कार्यक्रम का संयोजन सुनील त्रिपाठी और संचालन राहुल शिवाय ने किया.