भोपाल: मध्य प्रदेश सरकार के संस्कृति विभाग के शिखर सम्मानों की घोषणा हो चुकी है. शासन ने तीन साल के पुरस्कारों की घोषणा कर दी है. वर्ष 2016 से 2018 तक के नौ विधाओं के लिए शिखर सम्मान घोषित कर दिए हैं. यह सम्मान हिंदी साहित्य, उर्दू साहित्य, संस्कृत साहित्य, शास्त्रीय नृत्य, शास्त्रीय संगीत, रूपंकर कलाओं, नाटक, आदिवासी एवं लोक कलाएं और दुर्लभ वाद्य वादन के क्षेत्र में दिए जाते हैं. इस बार इस सम्मान सूची में इंदौर में रह तहे देश के प्रख्यात शायर राहत इंदौरी, विभा दाधीच, डॉ. सुचित्रा हरमलकर भी शामिल हैं. जिन नौ विधाओं के लेखक व कलाधर्मियों के लिए इस सम्मान की घोषणा गई है, उनका विवरण यों है-
हिंदी साहित्य- स्वयं प्रकाश, नरेंद्र जैन और शशांक; उर्दू साहित्य- डॉ. मुजफ्फर हनफी, डॉ. राहत इंदौरी व प्रोफेसर सादिक; संस्कृत साहित्य- डॉ. राधावल्लभ त्रिपाठी, प्रो. भागीरथ प्रसाद त्रिपाठी और कृष्णकांत चतुर्वेदी; शास्त्रीय नृत्य- विभा दाधीच, डॉ. सुचित्रा हरमलकर और डॉ. लता सिंह मुंशी; शास्त्रीय संगीत- पंडित सिद्धराम स्वामी कोरवार, पं. किरण देशपांडे व पं. विजय घाटे; रूपंकर कलाएं- आरसी भावसार, निर्मला शर्मा और सीमा घुरैयानाटक- पापिया दास गुप्ता, लोकेंद्र त्रिवेदी और कन्हैया लाल कैथवास; आदिवासी एवं लोक कलाएं- ललताराम मरावी, लक्ष्मी त्रिपाठी एवं लाडो बाई; दुर्लभ वाद्य वादन – मैहर वाद्ययंत्र, सुविर मिश्र एवं संजय पंत आगल.