सागरः श्यामलम् संस्था ने हिंदी दिवस के अवसर पर अपना छठां वार्षिक कार्यक्रम रवींद्र भवन में आयोजित किया. इस अवसर पर श्यामलम् लोक सम्मान पर्व 2019 एवं व्याख्यान माला के अतिरिक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन दिल्ली के संयुक्त सचिव डॉ. मनोहर अगनानी की पुस्तक 'एकांत की आहट' का विमोचन भी हुआ. विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉक्टर शरद सिंह ने समीक्षात्मक वक्तव्य दिया. अतिथि के रूप में डॉ. मनोहर अगनानी के अलावा सागर सम्भाग के आयुक्त आनंद कुमार शर्मा भी मौजूद थे. डॉ अगनानी को श्यामलम हिन्दी सेवी सम्मान 2019 से विभूषित किया गया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हिंदी शब्द की उत्पत्ति सिंधी शब्द से हुई है. यदि हिंदी भाषा को राज भाषा से राष्ट्र भाषा की ओर ले जाना चाहते हैं तो हमें विज्ञान, तकनीक, विधि और प्रशासन की भाषाई क्लिष्टता को दूर कर इसे आत्मसात करना होगा. तभी हिंदी अपने उच्चतम विकास तक पहुंच सकेगी.
मुख्य अतिथि आनंद कुमार शर्मा ने कहा कि हिंदी भाषा को सशक्त बनाने के लिए आपसी बोलचाल और व्यवहार की भाषा हिंदी को बढ़ाएं. हम ज्यादा से ज्यादा हिंदी में ही लिखे. हर भाषा को, प्रत्येक विषय को हिंदी में ही लिखें. श्यामलम के संरक्षक व्यंग्यकार प्रो सुरेश आचार्य ने कहा कि हिंदी का हाजमा बहुत दुरुस्त है. अंग्रेजी, अरबी, फारसी, उर्दू, संस्कृत के कई शब्द हिंदी ने अपना लिए हैं. अध्यक्षीय उद्बोधन में स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय सागर के कुलाधिपति डॉ. अजय तिवारी कहा कि हिंदी गंगा के समान है जो विविध संस्कृतियों, परम्पराओं को ग्राह्य करके दिन दूनी रात चौगुनी संबर्धित ही रही है. श्यामलम् के अध्यक्ष उमा कान्त मिश्र, हरी शुक्ला, कपिल बैसाखिया, कुंदन पाराशर सहित शहर के कई साहित्यप्रेमी इस अवसर पर उपस्थित थे.