अशोकनगर: राज्य में साहित्य और हिंदी के विकास के लिए समर्पित प्रमुख संगठन मध्य प्रदेश हिन्दी साहित्य सम्मेलन ने अपनी गतिविधियों को जनपद स्तर पर विस्तार देते हुए अशोकनगर जिला इकाई का गठन किया. इकाई गठन हेतु मध्य प्रदेश हिन्दी साहित्य सम्मेलन की ओर से अधिकृत पर्यवेक्षक सुरेन्द्र रघुवंशी ने मध्य प्रदेश हिन्दी साहित्य सम्मेलन की जिला अशोकनगर इकाई का सर्वसम्मति से गठन किया. इस अवसर पर बृज नारायण बोहरे को अध्यक्ष, अन्नपूर्णा सिसौदिया को सचिव तथा रघुवीर सिंह को कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया. कार्यकारिणी सदस्य के रूप में उदयनारायण सिंह, कमलेश जैन, गजेन्द्र नामदेव, एम एस अहिरवार, देवेन्द्र बिजोरे, विक्की तांवरे, मनोज खरे, नीरज सोनी, कमल सिंह, अनुराग सागर और बलराम शर्मा का नाम तय हुआ.
 इस अवसर पर रचना पाठ और सामयिक मुद्दों पर संवाद का आयोजन भी किया गया. उल्लेखनीय है कि हाल ही में मध्य प्रदेश हिन्दी साहित्य सम्मेलन ने अशोकनगर में जन्मे मूर्धन्य प्रयोगवादी कवि गिरिजाकुमार माथुर की जन्मशताब्दी वर्ष में एक अखिल भारतीय स्तर का अविस्मरणीय आयोजन कर गिरिजाकुमार माथुर को याद कर एक मिसाल पेश की थी. याद रहे कि महात्मा गांधी की प्रेरणा से 1910 में इंदौर में मध्यभारत हिंदी साहित्य समिति की शुरुआत हुई थी. 1918  और 1935 में खुद महात्मा ने इसके आयोजनों में शिरकत की थी. देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु ने 5 जनवरी, 1954 को तत्कालीन मध्यप्रदेश का हिस्सा रहे नागपुर में 'मध्य प्रदेश हिंदी साहित्य सम्मेलन' का शिलान्यास किया था. हिन्दी साहित्य और भाषा के संरक्षण और संवर्धन के लिए बीते पांच से भी अधिक दशकों से कार्य कर रही प्रदेश की प्रतिष्ठित संस्था अपने प्रतिष्ठित आयोजनों के साथ ही सम्मानित पुरस्कारों के आयोजन के लिए भी जानी जाती है. मध्य प्रदेश हिन्दी साहित्य सम्मेलन ने साल 1985 में भवभूति अलंकरण व वागीश्वरी पुरस्कार शुरू किया था.