बिलासपुरः लालबहादुर शास्त्री सेकेंडरी स्कूल में आयोजित बिलासपुर पुस्तक मेले का धूमधाम से आगाज़ हुआ. बिलासपुर के जिलाधिकारी डॉ संजय अलंग ने कहा कि पुस्तकें आपको साक्षर तो करती हैं आनंदित भी करती हैं. पंडित सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्विद्यालय के कुलपति वंश गोपाल सिंह का कहना था कि ऐसे आयोजन से पुस्तकधर्मिता के प्रति एक अलख जगती है. रचनाकार जुड़ते हैं. निश्चित तौर से युवा पीढ़ी में उत्सुकता जगती है. उन्होंने युवा पीढ़ी का आह्वान करते हुए कहा, आइए पुस्तकों से जुड़िये, वे आपको बेहतर इंसान बनाने के लिए आमन्त्रित कर रही हैं. इस अवसर पर अटल बिहारी वाजपेयी विश्विद्यालय के कुलपति प्रो गौरी दत्त शर्मा ने कहा, यह पुस्तक मेला निश्चित ही पाठकों में एक संस्कार विकसित करेगा. ये सामाजिक अनिवार्यता भी है, जो एक माहौल पैदा करने में सक्षम है.
इस मौके पर राजभाषा आयोग के पूर्व अध्यक्ष प्रो पाठक ने कहा कि जो लोग कहते हैं कि पठनीयता कम हो गई है, मैं उसे सही नहीं मानता. आज भी पुस्तक पढ़ी जा रही है. उसके परिणाम हमारे सामने हैं. पुस्तकें ही मनुष्य को संस्कारित करती हैं. भाषा हमें सामर्थ्यवान बनाती है. बिलासा साहित्य मंच के अध्यक्ष ने संस्था की ओर से सबका स्वागत किया. राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के सहायक निदेशक सुभाशीष दत्ता ने आभार व्यक्त किया. मंच का संचालन हिंदी संपादक व छत्तीसगढ़ के नोडल अधिकारी डॉ ललित किशोर मंडोरा ने किया. बिलासपुर में यह मेला आठ सालों के अंतराल के बाद लगा है. राष्ट्रीय पुस्तक न्यास द्वारा आयोजित इस पुस्तक मेले में स्कूली बच्चों के अलावा स्थानीय बुद्धिजीवी, गणमान्य विद्वान, साहित्यकार, प्रशासन की सक्रिय भूमिका है. स्थानीय लेखकों, कलाकारों की भागीदारी भी उल्लेखनीय है.