नई दिल्लीः वर्ष 2018 का श्यामधर स्मृति पुरस्कार युवा आलोचक और संपादक नलिन रंजन सिंह को और इसी वर्ष के लिए सीताराम शास्त्री स्मृति पुरस्कार युवा आलोचक अमिताभ राय को प्रदान किया जाएगा. निर्णायक मंडल के सदस्यों कथाकार अखिलेश, विजय राय और जितेंद्र श्रीवास्तव ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया है. इन दोनों ही साहित्यकारों को इन पुरस्कारों की संस्तुति करते वक्त निर्णायक मंडल ने अपनी बात रखते हुए, इनके परिचय में कहा है-' लगभग डेढ़ दशक से आलोचना और एक दशक से साहित्यिक पत्रकारिता में सक्रिय नलिन रंजन सिंह हिंदी जगत में एक सुपरिचित नाम हैं. उन्होंने अपनी आलोचना और साहित्यिक पत्रकारिता में हमेशा गहरी अंतर्दृष्टि और असंदिग्ध जनपक्षधरता का परिचय दिया है. उनके संपादन में निकलने वाली पत्रिकाओं 'वरिमा' और 'कविता विहान' को कवियों, गंभीर अध्येताओं एवं पाठकों का गहरा विश्वास हासिल है. नलिन रंजन सिंह की दो आलोचना पुस्तकें प्रकाशित हैं. उन्होंने एक पुस्तक का संपादन भी किया है. निर्णायक मंडल नलिन रंजन सिंह को वर्ष 2018 का श्यामधर स्मृति पुरस्कार प्रदान करते हुए प्रसन्नता और संतोष का अनुभव करता है.'
युवा आलोचक अमिताभ राय को सीताराम शास्त्री स्मृति पुरस्कार 2018 की संस्तुति करते हुए निर्णायक मंडल ने कहा है-' अमिताभ राय ने पिछले वर्षों में अपने आलोचनात्मक आलेखों और अपनी प्रकाशित दोनों पुस्तकों; सुमित्रा कुमारी सिन्हा, सभ्यता की यात्रा: अंधेरे में के माध्यम से गम्भीर हस्तक्षेप किया है. पारदर्शी भाषा में लिखी गई उनकी आलोचना में विश्वसनीयता के साथ-साथ जोखिम लेने का आवश्यक साहस भी है. वे लंबे समय तक प्रसिद्ध पत्रिका 'समीक्षा' के सम्पादन से भी सम्बद्ध रहे हैं. निर्णायक समिति अमिताभ राय को वर्ष 2018 के लिए सीताराम शास्त्री स्मृति पुरस्कार प्रदान करते हुए प्रसन्नता और संतोष का अनुभव कर रही है.' याद रहे कि यह निर्णायक मंडल इससे पहले पंकज सिंह पुरस्कार की घोषणा भी कर चुका है. वर्ष 2018 के लिए पंकज सिंह स्मृति पुरस्कार सुपरिचित कवि संजय मिश्र को प्रदान किया जायेगा.