भागलपुरः हंसकुमार तिवारी साहित्यिक-सांस्कृतिक मंच ने संतनगर स्थित मनोरमा निकुंज में साहित्यकार डॉ तपेश्वर नाथ को उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा साहित्य भूषण सम्मान से अलंकृत किये जाने पर सम्मान गोष्ठी आयोजित की. तिमांविवि के कुलगीतकार विद्यावाचस्पति आमोद कुमार मिश्र ने अध्यक्षता, मंच के महासचिव राजकुमार संचालन किया. इस अवसर पर श्रीशिवशक्ति योगपीठ के पीठाधीश्वर स्वामी आगमानंद, मंच के अध्यक्ष डा विश्वकांत झा ने इस सम्मान को पूरे बिहार का सम्मान बताया. स्वागताध्यक्ष छोटे लाल दास ने कहा कि मुझे ही नहीं मेरे जैसे अनेक लोगों के शिक्षा गुरु डॉ तपेश्वर नाथ को उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा साहित्य भूषण से सम्मानित किया जाना हम सभी के लिए गौरव का क्षण है. समारोह के दौरान ही विद्यावाचस्पति आमोद कुमार मिश्र को हंस कुमार तिवारी साहित्यिक-सांस्कृतिक मंच का अध्यक्ष एवं गीतकार राजकुमार को महासचिव के पद की जिम्मेदारी दी गई.
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के पूर्व अंगिका विभागाध्यक्ष एवं अखिल भारतीय अंगिका साहित्य-कला मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ मधुसूदन झा ने कहा कि डॉ नाथ जैसे समर्थ गुरु का शिष्य होने का सौभाग्य मुझे भी प्राप्त है. हिंदी और अंगिका भाषा के प्रति इनके अवदान को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है. इनका सम्मान हमलोगों का सम्मान है. विद्यावाचस्पति आमोद कुमार मिश्र ने डॉ नाथ के साहित्याशीर्वाद से पूरित विगत पचास वर्षों का अपना संस्मरण सुनाते हुए उनको मिले सम्मान पर प्रसन्नता व्यक्त की. इस अवसर पर छोटे लाल दास, दिनेश बाबा तपन, हीरा प्रसाद हरेन्द्र, त्रिलोकी नाथ दिवाकर, डॉ ब्रह्मदेव नारायण सत्यम, प्रदीप प्रभात, कैलाश ठाकुर, डॉ भूपेंद्र मंडल, डॉ राधेश्याम चौधरी, डॉ गौतम यादव, प्रसून कुमार ठाकुर, डॉ आलोक प्रेमी, डॉ उदय शंकर घोष, विकास सिंह गुलटी, अमन, कुमार गौरव, सुमन सौरभ, ब्रजेश दास, गुलशन कुमार, उमा मिश्र, कुमारी प्रियंका, डॉ अजित कुमार मिश्र आदि ने भी विचार व्यक्त किया. डॉ अजित कुमार मिश्र ने धन्यवाद ज्ञापन किया.