मॉस्कोः 'कहता है जोकर सारा जमाना, आधी हकीकत आधा फसाना…' और 'आवारा हूं, या गर्दिश में हूं या आसमान का तारा हूं, आवारा हूं'….के साथ ही रूस की राजधानी में यह दिन राजकपूर के नाम था. भारतीय दूतावास स्थित जवाहरलाल नेहरू सांस्कृतिक केंद्र द्वारा कलान्चेव्स्काया के मास्को संगीत हॉल में बॉलीवुड अभिनेता, निर्माता, निर्देशक स्वर्गीय राज कपूर की 95 वीं जयंती मनाई गई. रूसी संघ के संस्कृति मंत्रालय में सिनेमेटोग्रॉफी के प्रमुख लियोनिद डेमचेंको मुख्य अतिथि थे. राज कपूर को रूसी संघ के लोगों से प्यार था. रूस के लोगों को अभी भी रूस में राज कपूर की यात्रा और उनकी फिल्मों की यादें हैं. कार्यक्रम के दौरान भारत के राजदूत डी बी वेंकटेश वर्मा ने राज कपूर और भारतीय सिनेमा के प्रति उनके योगदान और दोनों देशों के बीच मैत्री संबंधों को मजबूत बनाने में उनकी भूमिका के बारे में बताया.
 राज कपूर पर दो फ़िल्में 'मेरा नाम जोकर' और 'आवारा' प्रदर्शित हुई. इतना ही नहीं इस कार्यक्रम में राज कपूर पर 1991 में रूसी में प्रकाशित पुस्तक का पुन: विमोचन भी राजदूत द्वारा किया गया था. इस कार्यक्रम की खासियत यह थी की इस दौरान राज कपूर की फिल्म 'मेरा नाम जोकर' में का करने वाली अभिनेत्री केसेना रायबिंकीना भी वि मौजूद  थीं, जिनका सम्मान भी किया गया. इस अवसर पर राज कपूर के हिट गानों पर आधारित  सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत हुआ और अतिथियों ने 'जीना यहां, मरना यहां, इसके सिवा जाना कहां, जैसे गीतों की धुन के बीच नृत्य और संगीत के माध्यम से सिनेमा में राजकपूर के योगदान को न केवल याद किया बल्कि लुत्फ भी उठाया. इस अवसर पर रूस में रह रहे भारतवासियों के अलावा रूसी संघ के लोगों ने भी बहुत उत्साह से हिस्सा लिया.