जींदः यह साहित्य के लिए समर्पित एक दिन था, जो तीन सत्रों में बंटा था. स्थानीय छोटूराम किसान कॉलेज में लोकरंग धारा न्यास, मनुराज प्रकाशन व अखिल भारतीय साहित्य परिषद के तत्वावधान में साहित्य उत्सव का आयोजन हुआ, जिसमें साहित्यकारों के सम्मान, पुस्तकों के लोकार्पण के साथ ही रचनापाठ का कार्यक्रम संपन्न हुआ. इस अवसर पर हरियाणा साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ पूर्णमल गौड़ ने कहा कि प्रदेश का हर कवि और लेखक अकादमी की योजनाओं से लाभान्वित हो, यही उनका प्रयास है. अकादमी का प्रयास है कि साहित्यकारों का सम्मान हो और रचनाधर्मिता को लगातार प्रोत्साहित किया जाए. उन्होंने साहित्यकारों का आह्वान किया कि वे अपनी रचनाएं निःसंकोच रूप से अकादमी में भेज सकते हैं. अकादमी की सभी योजनाएं कवियों व लेखकों के लिए हैं.
विशिष्ट अतिथि के रूप में एमडीयू रोहतक के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक डॉ कुलदीप सिंह छिकारा ने कहा कि साहित्यकार समाज का वह हिस्सा हैं, जो अपने भावों से देश और समाज का मार्गदर्शन करते हैं. डॉ एके चावला ने कहा कि आयोजक तन-मन-धन से साहित्य की सेवा कर रहे हैं. डॉ राम मेहर सिंह और डॉ शिवनीत सिंह ने सबको विश्वास दिलाया कि न्यास और प्रकाशन समूह साहित्य, संस्कृति, शिक्षा और समाज के उत्थान के लिए इसी प्रकार प्रतिबद्ध रहेंगे. मंच संचालन डॉ मंजुलता ने किया. इस अवसर पर जिन पांच पुस्तकों का लोकार्पण हुआ, उनमें डॉ जगदीप शर्मा राही की पुस्तक सपनों का संसार और नेटवर्क मार्केटिंग का बाजार, नरेंद्र अत्री संतोषी की पुस्तक साइकिल की सनक, कैथल के गजलकार डॉ प्रुद्यमन भल्ला की मेरी पैंसठ लघुकथाएं, डॉ भारत नरेश की लेपाक्षी तथा खुशबू जैन की उभरती आशाएं शामिल हैं. तीसरा सत्र काव्य रस रंग सुषमा स्वराज को समर्पित था. विकास यशकीर्ति, डॉ राही, मनोज भारत, नरेन्द्र अत्री, मेजर शक्ति राज, खुशबू जैन, रूप देवगुण ने अपनी काव्यांजलि प्रदान की. इस कार्यक्रम में फरीदाबाद, सिरसा, हिसार, दिल्ली, पंजाब, चंडीगढ़, कैथल, अंबाला, कुरुक्षेत्र और जींद के साहित्यकार शामिल हुए.