दैनिक जागरण द्वारा गत वर्ष प्रारंभ हुई बेस्टसेलर पुस्तकों की सूची जारी करने की अपनी परम्परा का निर्वहन करते हुए इस वर्ष जुलाई से सितम्बर तक में सर्वाधिक बिकने वाली किताबों की सूची जारी की गयी है। कहानी, कविता, कथेतर और अनुवाद इन चार श्रेणियों में बेस्टसेलर पुस्तकों को बांटा गया है।सत्य व्यास कीबनारस टॉकीजपहले तोदिल्ली दरबारचौथे स्थान पर मौजूद है। गुलज़ार के काफी चर्चित हो रहे उपन्यासदो लोगको दूसरे और नीलोत्पल मृणाल कीडार्क हॉर्सजो पिछली बार की सूची में जगह नहीं बना पाई थी, पुनः वापसी करते हुए तीसरा स्थान हासिल करने में कामयाब रही है। इसके अलावा प्रवीण कुमार का कहानीसंग्रहछबीला रंगबाज का शहरपांचवां, गौरव सोलंकी कीग्याहरवीं – A के लड़केछठा, सुरेन्द्र मोहन पाठक का कॉनमैन सातवाँ, दिव्य प्रकाश दुबे का उपन्यासमुसाफिर कैफेआठवां, निखिल सचान कीनमक स्वादानुसारनौवां और अंकिता जैन कीऐसी वैसी औरतदसवां स्थान प्राप्त करने में कामयाब रहे हैं।

देखा जाए तो इन सबमें उल्लेखनीय नाम अंकिता जैन का है। कारण यह कि इस सूची की ज्यादातर पुस्तकें कई बार से बेस्टसेलर बनी हुई हैं, वहीं अंकिता की किताब ने पहली बार इसमें जगह बनाई है। अकिता की ये पुस्तक वर्ष 2017 में हिन्द युग्म से प्रकाशित हुई थी। इसके अलावा उनका एक अंग्रेजी उपन्यासThe Last Karma’ भी प्रकाशित हो चुका है तथा उनकी तीसरी किताब भीराजपाल एंड सन्जसे आने की तैयारी में है।         

जागरण बेस्टसेलर में जगह पाने पर अंकिता कहती हैं, ‘जबसे ऑनलाइन मार्किट ने धूम मचाई है, हम नए ज़माने के लेखक अमेज़न की बेस्ट सेलर लिस्ट में अपनी किताब का नाम देखकर बहुत ख़ुश हो जाते हैं। ऐसे में जागरण की लिस्ट जिसका आधार ऑफलाइन मार्किट भी है, लेखकों में एक अलग विश्वास भरती है कि हिंदी पढ़ने वालों की कमी नहीं है। बेशक़ मेरे लिए लिस्ट में अपनी किताब का नाम देखना आश्चर्य भरा था, मगर ख़ुशी भी हुई। मेरी कोशिश रहेगी कि इसी ख़ुशी में भटक जाने की जगह भविष्य में और बेहतर लिखने पर ध्यान दूँ ताकि पाठकों का प्रेम मिलता रहे और किताबें बेस्ट सेलर बनती रहें।

कुल मिलाकर जागरण बेस्टसेलर की ये सूची इस बात की तस्दीक करती है कि हिंदी साहित्य के मौजूदा दौर में पाठकों तक पहुँचने के मामले में युवा लेखकों का ही सिक्का चल रहा है। नए लेखक केवल बेहतर लिख रहे हैं, बल्कि तकनीक का उपयोग करते हुए उसका जमकर प्रचारप्रसार भी कर रहे हैं। परिणाम उनके बेस्टसेलर होने के रूप में हमारे सामने है।

– पीयूष द्विवेदी