गोरखपुरः  स्थानीय योगीराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह एवं सांस्कृतिक केंद्र रामगढ़ झील में पांच दिवसीय 'आजादी का रंगोत्सव' कार्यक्रम में मनोरंजन के साथ शहीदों को याद किया जा रहा है. भारतेन्दु नाट्य अकादमी, संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश एवं जिला प्रशासन गोरखपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस पांच दिवसीय नाट्य समारोह में देश के ख्यातिलब्ध रंगकर्मी और नाट्य निर्देशक-अभिनेता शामिल हो रहे हैं. नाटक, नुक्कड़ नाटक, लोक नृत्य, लोक गीत इस कार्यक्रम की विशेषता है. सांसद रवि किशन ने इस रंगोत्सव का शुभारंभ करते हुए कहा कि आज हमारे साथ पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. गोरखपुर रंगोत्सव कार्यक्रम का होना हम सभी के लिए गौरव की बात है. इससे स्थानीय कलाकारों को बढ़ावा मिलेगा. इतना ही नहीं भारत के स्वतंत्रता संग्राम के प्रतिष्ठित एवं गुमनाम क्रांतिकारियों की जीवन गाथा को जनमानस में प्रतिष्ठित करने के उद्देश्य से गोरखपुर के 75 प्रमुख स्थलों पर नुक्कड़ नाट्य दलों 'अजीत सिंह एवं समूह', 'आसिफ जहीर एवं समूह', 'आकांक्षा एवं समूह' और 'रविन्द्र रंगधर एवं समूह' 4 जनवरी से 8 जनवरी तक अनवरत 75 नाटकों का मंचन कर रहा है
भारतेंदु नाट्य अकादमी के अध्यक्ष रविशंकर खरे ने बताया बताया कि नुक्कड़ नाटक, लोकगीत, लोकनृत्य की प्रस्तुतियां जहां इस कार्यक्रम में लोगों को जोड़ेगी, वहीं 1857 से वर्तमान तक के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व अमर शहीदों का भाव पूर्ण स्मरण भी इसकी विशेषता है. इस आयोजन में प्रदेश के सभी जिलों के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्थलों व अमर शहीदों के गांवों की पावन मिट्टी मंगाकर जनसाधारण के दर्शनार्थ कलश में रखी गई है. आखिरी दिन सभी कलश की मिट्टी मिलाकर रुद्राक्ष का पौधा प्रेक्षागृह परिसर में में रोपा जाएगा. प्रसिद्ध लोक गायक राकेश श्रीवास्तव ने कहा कि देश को आजादी दिलाने में जिन वीरों ने अपनी जान की भी परवाह न की उन्हें इस रंगोत्सव के माध्यम से श्रद्धांजलि देकर आज हम सभी गौरव महसूस कर रहे हैं. इस कार्यक्रम में देश की आजादी के लिए शहीद होने वाले 75 वीरों के गांव की मिट्टी भी मंगाई गई है. इस अवसर पर राकेश श्रीवास्तव ने भोजपुरी देशभक्ति गीतों से आजादी के अमर वीरों को याद किया. रंगोत्सव का समापन 8 जनवरी को अपराह्न 6.30 बजे से सोनचिरैया लखनऊ के बैनर तले मालिनी अवस्थी के निर्देशन में संगीतमय प्रस्तुति 'मुक्ति गाथा' से होगा.