झांसीः बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय ने मैथिली शरण गुप्त हिंदी संस्थान के डा. बृन्दावन लाल वर्मा सभागार में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस की पूर्व सन्ध्या पर 'अटल बिहारी वाजपेई के सपनों का भारत' विषयक संगोष्ठी आयोजित की. जिसमें मुख्य अतिथि पद से बोलते हुए प्रभारी कुलपति प्रो.वी.के.सहगल ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री एक उदार व्यक्तित्व, हिंदी प्रेमी, कुशल वक्ता, निडर राजनेता एवं कवि हृदय प्रधानमंत्री के रूप में सदैव जाने जायेंगे. यद्यपि वह एक राजनीतिक दल के सदस्य थे, परन्तु उनके लिए सारा भारत तथा उसमें निवास करने वाले देशवासी एक समान थे. उनकी विलक्षण प्रतिभा को देखकर ही लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने कहा था कि इनके कण्ठ में सरस्वती का वास है. पं. जवाहर लाल नेहरू ने भी उन्हें अद्भुत वक्ता कहा था. उन्होंने आह्वान किया कि देश को वाजपेयी के विचारों को आत्मसात करने की आवश्यकता है, जिससे देश को उनके सपनों के अनुरूप बनाया जा सके. बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी धर्मपाल का कहना था कि अटल बिहारी वाजपेयी निष्काम प्रवृत्ति के व्यक्ति थे. अगर हमें उनके सपनों के भारत का निर्माण करना है, तो उनके जीवन से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है.

कला संकाय के अध्यक्ष प्रो.सी.बी. सिंह ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी सरस्वती पुत्र थे. उनके दादा, पिता तथा स्वयं उनका हिंदी, संस्कृत और अंग्रेजी तीनों भाषाओं पर समान अधिकार था. इस अवसर पर प्रो. सिंह ने उनकी कई कविताओं का वाचन भी किया. कार्यक्रम की शुरुआत में बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक एवं हिन्दी संस्थान के विभागाध्यक्ष डा. मुन्ना तिवारी ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की. आमंत्रित अतिथियों का पुष्पगुच्छ तथा एन.एस.एस. का बैच लगाकर स्वागत किया गया. कार्यक्रम का संचालन ललित कला संस्थान की समन्वयक तथा राष्ट्रीय सेवा योजना की रानी लक्ष्मीबाई ईकाई की कार्यक्रम अधिकारी डा. श्वेता पाण्डेय ने किया तथा डा.मुन्ना तिवारी ने कार्यक्रम में आमंत्रित अतिथियों का आभार व्यक्त किया. इस अवसर पर्यटन एवं होटल प्रबंधन संस्थान के विभागाध्यक्ष प्रो. सुनील काबिया, भेषजी संस्थान के विभागाध्यक्ष डा. एस.के.जैन, डा. अजय गुप्ता, डा. जयराम कुटार सहित विभिन्न विभागों के शिक्षक, शिक्षिकाएं एवं छात्र छात्राएं उपस्थित थे. इस अवसर पर प्रभारी कुलपति ने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के तिरूअनन्तपुरम से लौटे स्वयंसेवक दल के सदस्यों को प्रमाण पत्र वितरित किए. याद रहे कि राष्ट्रीय सेवा योजना के 10 स्वयंसेवकों के एक दल ने डा. श्वेता पाण्डेय की अगुआई में 10 से 16 दिसंबर 2018 तक तिरूअनन्तपुरम में राष्ट्रीय एकीकरण शिविर में उत्तर प्रदेश की ओर से भाग लिया था.