पुस्तक ‘असहमतियों के वैभव के कवि: श्रीप्रकाश शुक्ल’ का आचार्य रामचंद्र शुक्ल सभागार में हुआ लोकार्पण
वाराणसी: श्रीप्रकाश शुक्ल प्रतिरोध को जीवित रखने वाले कवि है. शुक्ल के कवि कर्म का विकास उनके आलोचना कर्म की सहवर्तिता में हुआ है." यह बात हिंदी के चर्चित वरिष्ठ कवि [...]