प्रयागराजः धार्मिक आस्था के महाकुंभ में साहित्य अकादमी ने शब्दों की दुनिया को भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का अवसर दिया है. साहित्य अकादमी ने इस अवसर पर अपना एक विशेष पंडाल लगाया है, जिसमें 24 भारतीय भाषाओं की तीन हजार से ज्यादा पुस्तकें प्रदर्शन और बिक्री के लिए उपलब्ध हैं. पंडाल का उद्घाटन उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने किया. इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री संस्कृति मंत्रालय, स्वतंत्र प्रभार, डॉ. महेश शर्मा भी उपस्थित थे. साहित्य अकादमी के सचिव डॉ. के. श्रीनिवासराव ने इस अवसर पर दोनों अतिथियों का स्वागत करते हुए पूरे पंडाल का निरीक्षण करवाया. यह पंडाल 10 जनवरी से 4 मार्च 2019 तक पाठकों के लिए खुला रहेगा.
 
साहित्य अकादमी के पंडाल में जहां 24 भारतीय भाषाओं की पुस्तकें उपलब्ध रहेंगी वहीं साहित्य अकादमी द्वारा एक प्रदर्शनी भी लगाई गई है, जिसमें उसके द्वारा दिए जाने वाले विभिन्न पुरस्कारों जैसे – साहित्य अकादमी पुरस्कार, अनुवाद पुरस्कार, युवा पुरस्कार, बाल पुरस्कार के बारे में तथा साहित्य अकादमी की अन्य गतिविधियों के बारे में भी विभिन्न पैनलों द्वारा पाठकों को जानकारी दी गई है. इस दौरान साहित्य अकादमी द्वारा प्रमुख साहित्यकारों पर बनाए गए वृत्तचित्र भी निरंतर दिखाये जाते रहेंगे. पंडाल में साहित्य अकादमी द्वारा प्रकाशित महत्त्वपूर्ण पुस्तकों, विनिबंधों आदि की जानकारी भी उपलब्ध रहेगी. साहित्य अकादमी ने महात्मा गांधी के 150वें जन्मवर्ष को ध्यान में रखते हुए पंडाल की विशेष साज-सज्जा भी की है.