नई दिल्लीः हिंदी मंच ने अपनी दसवीं वर्षगांठ पर बोस्टन के बर्लिंगटन में तीन दिवसीयहिंदी मंच राष्ट्रीय महोत्सवमनाया. अमेरिका में हिंदी के इस महोत्सव में कई रंगारंग कार्यक्रम हुए, जिसमें साहित्य, संगीत और रंगमंच की यादगार प्रस्तुतियां हुईं. सा रे गा मा पा कार्यक्रम के तहत जहां कविता कृष्णमूर्ति का गायन हुआ, वहीं यूएसए हिंदी मंच साहित्य सम्मेलन के सौजन्य से प्रख्यात अदाकारा दीप्ति नवल  शायर आलोक श्रीवास्तव शामिल हुए. बाल युवा मंच हीरो जुगल हंसराज के जिम्मे था, तो अमेरिका भर से जुटे रंगमंच कलाकारों ने भी अपनी प्रस्तुति दी. तीन दिनों के दौरान इस आयोजन में अमेरिका और कनाडा में 16 राज्यों से आए लोगों, लगभग 357 समितियों के सदस्य, स्वयंसेवक और संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा के कलाकार, गायक और कवियों के साथ 1500 से अधिक दर्शकों ने शिरकत की.
खास बात यह कि अदाकारा दीप्ति नवल यहां गजलकार के रूप में उपस्थित थीं और उन्हें तथा आलोक श्रीवास्तव को दर्शकों की खूब दाद मिली. इस कार्यक्रम को याद करते हुए आलोक श्रीवास्तव का कहना है किदीप्ति नवल की नज़्में उतनी ही अद्भुत हैं, जितना उनका अभिनय. उनके साथ ग़ज़लपाठ का यह दूसरा अवसर था. इससे पहले, कुवैत में उनके साथ पढ़ने का मौक़ा मिला था. वो भी क्या शाम थी, और यह भी क्या शाम रही. बोस्टन ने जी लगा कर दोनों को ख़ूब सुना.याद रहे कि प्रवासी भारतीयों ने अपनी भाषा, संस्कृति, कला और संस्कृति को जिंदा रखने के लिए इस मंच का गठन किया है और वे ऐसे सांस्कृतिक आयोजन करते ही रहते हैं. यह मंच उर्दू, भोजपुरी, अवधी, ब्रज, खारिबोली आदि के लिए भी काम कर रहा है.