विदिशा। साहित्य और संस्कृति पर केंद्रित वर्ल्ड पोयट्री मूवमेंट और मध्यप्रदेश हिदी साहित्य सम्मेलन के संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय कविता पाठ और परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विदिशा जिले के विभिन्न अंचलो के 15 कवियों ने अपनी कविताएं प्रस्तुत करते हुए अपने विचार रखे।कार्यक्रम एस ए टी आई विदिशा के सभागार में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ नवोदित कवियों की प्रतिनिधि रचनाओं के साथ हुआ। इस क्रम में विदिशा इकाई के अध्यक्ष दफैरून की नवीनतम काव्य कृति  "तो फिर गलत क्या हैका विमोचन उपस्थित कवियों द्वारा किया गया। इस मौके पर प्रोफेसर मणि मोहन मेहता ने कहा दफैरून की कविताएं अधुनिकता का नया रूप बनाती हैं।

बासौदा से आए कवि कृष्ण बक्षी की अध्यक्षता व प्रोफेसर मणि मोहन मेहता के मुख्य आतिथ्य में प्रज्ञा रावत, डॉक्टर सपना जैन, अनिल करमेले, के साथ दफैरुन ,रविंद्र स्वप्निल प्रजापति , गीतकार जगदीश श्रीवास्तव, शशि कुमार शर्मा शशि', सुरेंद्र सिंह कुशवाह, शाहिद अली शाहिदमोहम्मद हुसैन 'अहसन ', प्रदीप 'अंबर , दिनेश श्रीवास्तव,दौलत राम प्रजापति व कालूराम पेंटर ने अपनी कविताओॆ से श्रोताओं को बांधे रखा ।  

कार्यक्रम में एसएटीआई के डायरेक्टर डॉक्टर जेएस चौहान, प्रोफेसर केके पंजाबी व टीटीटीआई भोपाल के डीन डॉ एके जैन, साहित्यकार सुलखान सिंह हाड़ा, शिव डोयले, साहित्य प्रेमी धर्म नारायण चतुर्वेदी , शिवकुमार तिवारी व शहर के अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।